बुद्धिमान और अच्छे विद्यार्थी कैसे बने।हमेशा No 1 student रहे।

ये ब्लॉग सभी उम्र के विद्यार्थियों के लिए लाभदायक है।अगर बच्चे छोटे ये ब्लॉग सभी उम्र के विद्यार्थियों के लिए लाभदायक है। बच्चे छोटे है तो उनके माता पिता ये ब्लॉग पढ़कर अपने बच्चों का भविष्य सुधार सकते इस ब्लॉग में मैं बच्चो की पढ़ाई के बारे में बताऊंगा।बच्चे कैसे पढ़ाई करे और पढ़ाई करने का तरीका कैसा होना चाहिये ये बताऊंगा।



पढ़ाई करने का प्लानिंग --

1)  एक समय एक ही subject का अभ्यास करें।लेकिन ऐसा न हो कि एक subject का ज्यादा समय अभ्यास करें।सब विषयो को time मिलना चाहिए ।

2) अगर आप स्कूल से आने के बाद कुछ देर में पढ़ाई करते है तो पहले तीन घंटो में टीचर ने क्या सिखाया,क्या पढ़ाया ये याद करो और वही फिर से पढो।क्योंकि ध्यान में रखने के लिए बहुत आसान होता है और भूल जाने की संभावना कम होती है।

3) अपने दोस्तों के साथ घर पर पढ़ाई या revision करे।क्योकि हम दोस्तो के साथ वही subject पर चर्चा कर सकते है।

4) study करने का time table बनाये।किस विषय को कितना समय देना है यह लिखकर रखे और hard subject को ज्यादा समय दे तथा अपने teacher का मार्गदर्शन ले।

5) अपनी अभ्यास करने का तरीका बदलिये।उसे आसान बनाइये।

पढ़ाई करते वक्त --

1)जब हम घर पर home work करते है तो उस समय आप पढ़ते समय खाना मत खाओ क्योकि पढ़ाई और खाना दोनो अच्छे नही होंगे।



2) जब आप घर पर पढ़ाई करते हो तो उस समय tv,mobile,FM bluetooth speaker बन्द रखे।

पढ़ाई करते समय बैठ ने आदत --

पढ़ाई बैठकर करे और खुर्ची पर बैठे।जहाँ पढ़ते हो वहां उजाला (light) हो।जब जमीन पर बैठकर पढ़ते हो तब पीठ सीधी टाइट हो।नीचे झुककर मत बैठो।

नियमित पढ़ाई करने से ही यश मिलता है।

   एक बार आप किसी subject का पाठ पढ़ते हो तो वो पूरा पढिये। जब प्रश्नों के उत्तर लिखते हो तब पहले lesson पूरा पढ़े बाद में उत्तर ढूंढकर लिखे।



  और उत्तर लिखने के लिए गाइड (guide) या नोट्स का इस्तेमाल मत करे।

   उत्तर अपनने मन से लिखने की कोशिश करे।home work करते समय ध्यान से करे।

पढ़ाई में मन ना लगने के कारण --

 1)पढ़ाई करने का मन ना होना।

 2) पढना और लिखना बोरिंग लगना।

3) पेशे करते समय नींद की आदत।

4) Nigetive thinking.

5) पढना,लिखना न समझना।

 और कई आदते है जिस कारण हमें पढ़ाई बोरिंग लगती है।

पढ़ाई में मन लगने के लिए क्या करे ।

    देखिये पढ़ाई करने से ही सफलता मिलती है।और मन मे यह बात गाँठ बांधकर रखे कि हमे जीवन मे सफल और बड़ा इंसान बनना है।समाज मे खुद का और अपने माता पिता का नाम रोशन करना है।




     इसी कारण हमें पढ़ाई करने की आदत डाल लेनी चाहिए।तो इसके लिए ध्यानसाधना,प्राणायाम,योगा,व्यायाम करके बुद्धि,दिमाग को चंचल बनाना है।पढना,उसपर विचार और सहिंटन करो।और हमारे देश के किसी महापुरुष को अपना आदर्श बनाओ।उन्ही से प्रेरणा लो।

1)अच्छी आदतें रखे।

2)किसी subject में रुचि निर्माण करो।

3)स्वयं में आत्मविश्वास,ध्येय हो तो अपने आप पढ़ाई में मन लगेगा।

4)जब आप पढ़कर बड़े आदमी बनोगे तो पास बहोत पैसा होगा और समाज मे प्रतिष्ठा और सन्मान मिलेगा।और आप पढोगे नही तो आपको कोई सन्मान नही देगा। ये बाते ध्यान में रखना।

समझ मे रहने के लिये क्या करे --

1) जब तक आपको lesson समझता नही तब तक पढ़ते रहिये।और अपने टीचर और किसी बुद्धिमान लोगो की मदद ले।

2) जब आपको जंगल,पर्वत,नदी,नाले,तालाब lake पेड़ पौधे,जानवर,पशु पक्षी के बारे कुछ भी पता नही तो आपको भूगोल के बारे में कुझ भी समझ मे नही आएगा।इसीलिए आपको  सभी के बारे में भौतिक जानकारी होनी आवश्यक है।

3) संबंधित विषय के बारे में अपने शिक्षक के बारे में बाते करो।

4) विषय कठिन हो तो उसे छोड़ो मत।उस विषय के लिए ज्यादा वक्त दे ।उदा.विद्यार्थियो को गणित विषय से बहित डर लगता है।लेकिन सच बात तो ये है कि गणित सबसे  आसान विषय है।हमारा मन उसे कठिन बनाता है।

वाचन कौशल्य --  

    आज कल tv और मोबाइल के कारण हम पढ़ने में ध्यान नही देते।लेकिन किताबे तो सभी से श्रेष्ठ है।किताबो की तुलना किसी से हुई तो भी किताबे सबसे ऊपर है।

    मानवी जीवन को दिशा और सही गति देने का काम किताबे ही करते है।किताबे कुबेर की संपत्ति से भी मूल्यवान है।किताबे पढ़ने से मन को सुख समाधान मिलता है।

     तो पढ़ाई करने की आदत डालकर जीवन को गतिशील बनाये।

लेखन कौशल्य -- 

   student के जीवन मे लिखने की कला को बड़ा ही महत्व है।तो होमवर्क करते समय कैसे लिखे ? तो कम लिखे पर जो योग्य और सही हो।ज्यादा लिखने की कोई आवश्यकता नही।प्रश्न जब तक समझ मे न आये तब तक प्रश्न पढ़ते रहो।बाद में उत्तर लिखे।

    अपना लिखना प्रभावशाली बनाने के लिए पढ़ाई करना जरूरी है।

1 . अक्षर सुंदर लिखने का प्रयास करे।क्योकि सुंदर अक्षर विद्यार्थी का श्रेष्ठ गुण है।

2 . लिखते वक्त विरामचिन्ह,स्वल्पविराम,पूर्णविराम,उद्गारवाचक चिन्ह ऐसे चिन्हों का प्रयोग करे।व्याकरण के लिए बहोत आवश्यक है।

3 . लिखने के लिए शब्दो का ज्ञान बढाये।

स्कूल या कॉलेज में ध्यान से सुने --

      विद्यार्थियो अगर आप स्कूल में या कॉलेज में जाकर भी आपको कुछ नही आता तो इसकी वजह है कि आप अपने teacher  के lecture की तरफ ध्यान नाही देते।जब टीचर पढाते है तो आप ध्यान से उनकी बतो को अपनी दिमाग मे बैठाये।उशी वक्त आपकी आधी पढाई होई है।इसिलीये आप पढाते समय अपने आँखे, कण और दिमाग को जागृत रखकर ज्ञान से सुने और देखे।

सूनना क्यो जरुरी है ?  

    सूनना क्यो जरुरी है तो उसका जवाब है की जब हम teacher की बात सूनते है तो हमे पढाई समझने मे आसनी होती है।

 शिक्षक की बाते ध्यान से सूनने के बाद महत्व के मुद्दे घ्यान मे रहते है।

 सूनने से हमारी एकाग्रता बढती है।और इसी कारण स्मरणशक्ती का विकास होता है।

Teacher पढाते समय क्या करे  ?

  अगर शिक्षक कक्षा मे पढा रहे होते है तो उनकी बतो को ध्यान से सूनकर speed से लेखणे का प्रयास करे ।ईससे हमारी लेखणे की speed बढती है।और ये बाते परीक्षा मे बहोत काम आते है।

लिखने से ज्यादा शिक्षक की बातो को सूनने के लिये ज्यादा वक्त दे।


                                                    continue..........

                

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