योगासन के प्रकार और फायदे।YOGA से बढ़ाइये रोग प्रतिकार शक्ति।

*योगासन करने से पहले ।
1) सूर्योदय होने से पहले उठना चाहिए।

2) कुल्ला करके एक ग्लास पानी पीना चाहिए।तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी है तो बेहतर। (योगा करने से एक या आधा घंटा पहले पानी पीओ कम कम ही पीओ)

3) योगा करने से पहले शौच से आना चाहिए।थोड़े ढीले कपड़े पहनो,बेल्ट मत लगाओ।

4) आप योगासन करने से पहले नहा भी सकते हो।(bathing)

5) योग करने से पहले कुछ मत खाओ।पेट खाली रहना चाहिए। 

6) जो बूढ़े है या जिन्हें डायबिटीज है वे लोग दूध या थोड़ा नाश्ता कर सकते है।

7) योग करने से पहले जिम को मत जाओ,स्विमिंग मत करो,रनिंग मत करो,कुस्ती मत खेलो या कोई भी कठिन कार्य मत करो।व्यायाम कर सकते हो।चल सकते हो।

8) योगासन करते समय हमारा दिमाग स्वस्थ और सावधान रहें दे।

9) योगा करते समय नाक से ही श्वास ले।परंतु जब आपको सर्दी या दमा है तो आप मुह से श्वास ले सकते हो।

10) प्राणायाम और ध्यान करते समय आंखे आराम से बंद करनी चाहिए।

11) रोज (daily)योगा करने का समय निश्चित कर लेना चाहिए क्योंकि समय पर योगा करने से हमारी एकाग्रता बढ़ती है।

12) अगर आपको बुखार है,सर्दी,खासी,पीठदर्द,कमरदर्द है तो ऐसे वक्त आपको कोई भी आसन नही करने चाहिए।

13) योगासन होने के एक घंटे बाद पानी पीना चाहिए।

14) योग करते समय अगर आपको गॅस (gas),जम्भाई,या सर्दी होती है तो उस क्रिया को रोकना नही चाहिए।शौच और पेशाब भी मत रोको।ये क्रिया आपको करके आनी चाहिए।

15) योगा शुरू करने के बाद ब्लडप्रेशर,हृदयविकार,दमा इत्यादि का उपचार बंद मत करो। आपको डॉक्टर की सलाह ले।

16) योगा करते समय ऐसी जगह होनी चाहिए जहां खुली हवा,स्वच्छ वातावरण हो।

17) अगर आप घर मे आसन करते हो तो आपको पंखा(fan)और एयरकंडिशनर बंद करना चाहिए।

18) खाली पेट योगा करना सबसे अच्छा होता है।

19) योगा करते समय tv देखना,गाने सुनना ,किसीके साथ बाते करना बिल्कुल गलत है।इससे हमारा ध्यान केंद्रित नही होता।और योगा करने के लिए रुकावट पैदा होती है।

20) 16 साल की कम उम्र के लड़के और 60 साल के ऊपर के लोगो ने कठिन प्रकार के योग नही करने चाहिए।

21) अगर आप ने योग करने से पहले स्नान नही किया तो योगा करने के बाद शवासन करे और एक घंटे बाद स्नान करे।

22) जब आपको योगा करने के बाद उत्साह,शरीर हल्का लगना,शरीर मे स्फूर्ति लगे और जोश भी दिखे तो समझलेना की आपका योग अच्छा हो रहा है।

23) हरदिन कम से कम एक घंटा योगासन करना चाहिए।सुबह का समय सबसे अच्छा होता है।

24) किसी भी प्रकार का yoga करते समय शरीर की खिंचा तानी ना करे।शरीर की हलचल आराम से और नियंत्रित से करे।

25) जब आप खड़े रहकर कोई आसन करते हो तो अपनी आंखें खुली रखे।और बैठकर आसन करते हो तो आंखे बंद रखे।

26) yoga करते समय जब आपको घबराहट या शरीर मे कंपन हो रहा होता है तब आसन आराम से छोड़िये और शवासन करके थोड़ी देर बाद फिर से आसन या yoga करे।

27) उच्च रक्तदाब,दिमाग के विकार,हृदयरोग सिर से संबंधित कोई भी विकार हो ऐसे लोगो ने नीचे सिर और पैर ऊपर करने वाले आसन ना करे।

28) योगासन करने के बाद शवासन करके आसन बंद कर सकते है।

29) योगासन करने से आपका दिन अच्छे से गुजरता है।मुद्रा प्रसन्न रहती है।और थकान नही होती।

30) आसन करते समय स्नायु, कान,आंखे,कपाल या श्वसन की क्रिया पर कोई भी या किसी भी प्रकार का दबाव ना दे।

* महिलाओं के लिए कुछ खबरदारी

1)  जब आपको पेट दर्द है या योगा करते समय पेट पर दबाव महसूस होता है और पेट दर्द होता है तो महिलाएं योगा न करे।

2) गर्भधारण की अवस्था मे yoga ना करे।

3)यदि आप का सिझरियन हुआ है या किसी भी प्रकार का पेट का ऑपरेशन हुआ है या बच्चे को जन्म देने के बाद एक साल तक yoga ना करे। आप शवासन या वज्रासन कर सकते है।करने से पहले डॉक्टर की सलाह ले।

*बीमारी और उससे छुटकारा पाने के लिए आसन के प्रकार।

1) पद्मासन --


पद्म का अर्थ है कमल का फूल।इस आसन की अवस्था मे शरीर कमल के फूल जैसा दिखता है।पैर कमल के पत्ते जैसे दिखते है और शरीर फूल जैसा दिखता है।
आसन कैसे करे 

1) पैर आगे लेकर बैठे।दोनो पैरो में डेढ़ से ढाई फुट का अंतर रखे।

2) बाये पैर को घुटने से मोड़ कर दाहिने घुटनो पर रखे।और बाये पैर की एड़ी को सरकाते सरकाते बाये पैर का तलवा दाहिने जांघ पर और एड़ी को पक्की तरह से दाहिने जांघ पर रखिये।

3) दाहिना पैर घुटनो में मोड़कर बाये घुटनोपर रखे।और दाहिने पैर की एड़ी कमर की तरफ सरका के।दाहिने पैर का घुटना बाये पैर पर और बाये पैर का घुटना दाहिने पैर पर रखे।और जांघ पर अच्छी तरह से रख ले।



 4)  दोनो हाथ पैरों के घुटनो पर रखे और ध्यानमुद्रा और पद्ममुद्रा करे।हाथ की बाजू पैरो की घुटनो पर रखे।नैसर्गिक श्वसन क्रिया शुरू करे।श्वसन की क्रिया आराम से चालू रखे।आंखे बंद कर ले।अपनी पीठ सीधी रखे। ऊपर दिखाई देने वाले फोटो जैसी मुद्रा करे।

5)  घुटने जमीन की तरफ टिकाने का प्रयत्न करें।

6) चेहरे पर या शरीर पर किसी भी प्रकार का तनाव न आने दे।शरीर का ढीला रखने का प्रयत्न करें।

7) आसन करते समय सीधा बैठे।पीठ में झुकना नही।

आसन कैसे छोड़े -- 5से 10 मिनिट बाद 

1) दोनो हाथ की पद्ममुद्रा छोड़कर हाथ कमर के पास लाईये।

2) दाहिना पैर सीधा करे और जमीन कि तरफ रखे।

3) बाये पैर सीधा कर ले और जमीन की तरफ रखे।

4) दोनो पैर को जोड़ ले और वैसे ही बैठिये।

पद्मासन के फायदे --

1) शरीर को स्थिरता मिलती है।

2) मन की एकाग्रता बढ़ती है।

3) श्वसन की और दिल की गति कम होने से ब्लडप्रेशर कम होता है।

4) रेग्युलर से पद्मासन करने से घुटने के दर्द, कमर का दर्द, नही होता।उससे छुटकारा मिलता है।

5) पैरो के वेन्स में विकार नही होता।

6) और सबसे ज्यादा फायदा तो इससे रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ती है।

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